आज के समय में ज़्यादातर लोगों को थाइराइड की समस्या है, इसके कारण व्यक्तित को सैकड़ों बीमारियां घेर लेती है। आयुर्वेद के अनुसार वात, पित्त व कफ के कारण थायरॉंइड संबंधित रोग उत्पन्न होते है। जब शरीर मे वात एंव कफ दोष हो जाता है तो व्यक्ति को थायरॉंइड होता है। लोग दवा खाते रहते हैं लेकिन ये ठीक नही होता।इसलिए दवा के साथ कुछ परहेज़ व घरेलु उपचार को अपना कर थाइराइड से काफी हद तक आराम सकते है।
थाइराइड के परहेज़ व घरेलु उपचार।
1- घर से रिफाइंड तेल बिलकुल हटा दीजिये, न सोयाबीन न सूरजमुखी, भोजन के लिए सरसों का तेल, तिल का तेल या देशी घी का प्रयोग करें।
2-आयोडीन नमक के नाम से बिकने वाला ज़हर बंद करके सेंधा नमक का प्रयोग करें, समुद्री नमक BP, थाइराइड, त्वचा रोग और हार्ट के रोगों को जन्म देता है।
3-दाल बनाते समय सीधे कुकर में दाल डाल कर सीटी न लगाएं, पहले उसे खुला रखें, जब एक उबाल आ जाये।तब दाल से फेना जैसा निकलेगा, उसे किसी चमचे से निकाल कर फेंक दें, फिर सीटी लगा कर दाल पकाएं।
4-मुलेठी का सेवन करें। मुलेठी में ट्रीटरपेनोइड ग्लाइसेरीथेनिक एसिड पाया जाता है जो कि थाइरॉइड कैंसर सेल्स को बढने से रोकता है।
5-दो चम्मच तुलसी के रस मे आधा चम्मच ऐलोवेरा जूस मिलाकर सेवन करें। इससे थाइरॉइड रोग ठीक होता है।
6-दो चम्मच गाजर का रस तीन चम्मच खीरे का रस एक चम्मच पिसी अलसी तीनोंं को आपस मे मिला कर सुबह खाली पेट खा लें। इसके सेवन के पश्चात आधे घन्टें तक कुछ भी ना खाऐं।
7-नट्स जैसे बादाम, काजू और सुरजमुखी के बीजों का अधिक सेवन करें। इसमें कॉपर की पर्याप्त मात्रा होती है, जो थाइरॉइड मे फायदेमंद होता है।
8-ज्यादा से ज्यादा हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करते रहे। इनमे उचित मात्रा मे आयरन होता है, जो थाइरॉइड के रोगियों के लिए फायदेमंद है।
9-जलकुंभी ओर सहजन दो ऐसी जड़ी बूटियां है, जो शरीर मे आयोडीन के स्तर को बढाने मे मदद करते है। इसके अलावा धनिया और जीरक सिध्द जाला जैसे बूटियां सूजन को बेहतर तरीके से ठीक करने मे मदद करती है।
अदरक थाइराइड का बेहतर आयुर्वेदिक इलाज है।
10-चुकंदर और गाजर का मिक्स जूस थाइरॉइड की बीमारी मे बहुत फायदेमंद होता है। इसके लिए आप एक एक गाजर और चुकंदर के छोटे छोटे टुकडे़ कर ले। इसमे आप एक अनार ओर सेब को भी छोटे छोटे टुकड़ो मे डालकर इनका जूस निकाल ले। इस ज्यूस को पीने से खून बढ़ता है ओर शरीर मे आयरन की कमी नही होती है।
11-नींबू पानी का सेवन करें जो शरीर मे मौजूद टॉक्सिन भी बाहर निकल जाता है। इसके लिए रोजाना सुबह की शुरूआत नींबू पानी से करें।नींंबू पानी मे आप शहद का भी इस्तेमाल कर सकते है । इस डिटॉक्स ड्रिंक को पीने से थायराइड कंट्रोल मे रहता है।
12- लौकी का जूस थायराइड के लिए बहुत लाभदायक होता है। अगर आप सुबह खाली पेट लौकी का जूूस पीते है, तो उससे थायराइड कम होने लगता है और साथ ही लौकी का जूस पीनें से आपकी एनर्जी भी बढ़ती है।
13-थायराइड मरीजों के लिए प्याज भी काफी फायदेमंद होता है। थायराइड मरीजों को प्याज का सेवन करने के लिए प्याज को मिक्सी मे पीसकर उसका रस निकाल कर एक गिलास पीना चाहिए। इसे अलावा प्याज के रस से मालिश करना भी बेहतर होता है। इससे शरीर के दर्ज से छुटकारा पाया जा सकता है। क्योकि प्याज मे एंटी-इंफ्लामेट्री, एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते है, जो थायराइड मरीजों को कई समस्याओं से राहत दिलाते है।
14-थायराइड के दौरान धनिया का सेवन करने से थायराइड को नियंत्रित किया जा सकता है। धनिया का सेवन करने के लिए रात के समय धनिया की पत्तीयाें को एक गिलास पानी मे भिगोकर रख दे ओर अगली सुबह उठकर इस पानी को खाली पेट पी लेंं।इससे काफी हद तक थायराइड को नियंत्रित कर सकते है।